स्वामी विवेकानन्द का मेसेज हिंदी में डाउनलोड करे |
1.) मैं मृत्यु पर्यंत निरंतर कार्य करता रहूँगा और मृत्यु के बाद भी संसार की भलाई के लिए कार्य करता रहूँगा |
2.) मेरी आशायें इस नवोदित पीढ़ी में, आधुनिक पीढ़ी में केन्द्रित है |
3) यदि इस पृथ्वी ताल पर ऐसा कोई देश है जो मंगलमयी पुण्य भूमि कहलाने का अधिकारी है—
4.) हे मेरे देशवासियो, हे अमृतपुत्रो तुम्हारा यह रास्ट्रीय जलयान युगों से सभ्यता को ढो रहा है—